स्नेहों की छाया में रहकर ,नयन छलक ही जाते हैं !
स्नेहों की छाया में रहकर ,नयन छलक ही जाते हैं !
जो सुख दूजे को देते हैं ,वो जीवन में सुख पाते हैं !!
@ परिमल
स्नेहों की छाया में रहकर ,नयन छलक ही जाते हैं !
जो सुख दूजे को देते हैं ,वो जीवन में सुख पाते हैं !!
@ परिमल