सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और….
सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और….
कुछ भी तो नही ठहर सका पास में
सब कुछ स्मृतियाँ भर रह गईं
हाँ, एक चीज़ ठहरी है
जड़ हो गई है
अकेलापन!
सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और….
कुछ भी तो नही ठहर सका पास में
सब कुछ स्मृतियाँ भर रह गईं
हाँ, एक चीज़ ठहरी है
जड़ हो गई है
अकेलापन!