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28 Apr 2019 · 1 min read

सोच ( विचारधारा)

मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्‍ठ आख्‍या है ।

जो चाहे वह मिल जाए तो यह सफलता है
लेकिन जो मिले उसे चाहना ही प्रसन्‍नता है

आप अपनी सोच ही बदल दीजिये आपकी दुनिया ही बदल जाएगी ।

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