सोच ( विचारधारा)
मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्ठ आख्या है ।
जो चाहे वह मिल जाए तो यह सफलता है
लेकिन जो मिले उसे चाहना ही प्रसन्नता है
आप अपनी सोच ही बदल दीजिये आपकी दुनिया ही बदल जाएगी ।
मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्ठ आख्या है ।
जो चाहे वह मिल जाए तो यह सफलता है
लेकिन जो मिले उसे चाहना ही प्रसन्नता है
आप अपनी सोच ही बदल दीजिये आपकी दुनिया ही बदल जाएगी ।