“सेल्यूट ऑफिसर” #100 शब्दों की कहानी#
आज उसने ऐसे समाज-सुधारक का पर्दाफाश किया था, जो सच्चाईयों का मुखोटा पहन जनता का विश्वास जीत लेते हैं, उसकी आड़ में देह-व्यापार धंधा करते हैं । मुंबई जैसे शहर में आएदिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं । गरीब महिलाएं इनकी चपेट में अक्सर आ जाती है, हैरानी की बात है, इन समाज सुधारकों को साथ भी कोई न कोई महिला ही देती है ।
क्लास-वन-ऑफिसर बनने के बाद उसने चंपाबाई के गिरोह को गिरफ्त में लेकर उस समाज-सुधारक तक पहुंचने में सफलता हासिल की, जबरदस्ती हस्ताक्षरित गलत-अनुबंधों को जलाकर रिहा किया उन महिलाओं को कैद से, “सेल्यूट ऑफिसर” ।