Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2023 · 1 min read

सृजन कुंज के स्थापना दिवस पर कुंज एवं कुंज परिवार को हार्दिक

सृजन कुंज के स्थापना दिवस पर कुंज एवं कुंज परिवार को हार्दिक बधाई एवं अनंत मंगलकामनाएंँ
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🌹🙏🌹🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
दम्भ का प्रतिकार कर बस शील का सत्कार हो,
मान सर्जक को मिले अरु एक सम व्यवहार हो।

ले यही उद्देश्य सृजन कुंज की स्थापना ,
किन्तु अड़चन थे बहुत था दम्भियों से सामना।
एक से बड़ एक रोड़ा पांव में गड़ते रहे,
किन्तु प्रण साधे हुए कर ले इसे बढ़ते रहे।
मात्र केवल ध्येय यहीं बस तूलिका में धार हो।
मान सर्जक को मिले अरु एक सम व्यवहार हो।।

इक प्रयोजन नित मिले बस नव प्रतिभा को गगन,
ज्ञान की गंगा में गोते सब लगायें शुद्ध मन।
नव प्रयोगों से मिला पहिचान सृजन कुंज को,
सर्जकों ने मान दी अरु पंथ ज्योति:पुंज को।
कामना अधिगम निहित बस इक सहज आधार को,
मान सर्जक को मिले अरु एक सम व्यवहार हो।

कुंज में आये पखेरू उड्डयन की कामना,
सीख दी तब कुंज ने उछाह को मत थामना।
एक से कईएक होते कारवाँ बनता गया,
कुंज का वैभव बढ़ा उत्सव नवल मनता गया।
साहित्य हो समृद्ध यहाँ संस्थापना साकार हो।
मान सर्जक को मिले अरु एक सम व्यवहार हो।।

है नमन निज कुंज को जिसने हमें यह मान दी,
सहप्रशासक पद- प्रतिष्ठा दे हमें सम्मान दी।
नित फले आगे बढ़े, बढ़ता रहे बस कारवाँ,
कामना ज्ञानत्व की सरिता यहाँ हो नित रवाँ।
नष्ट हो मनभेद केवल और केवल प्यार हो।
मान सर्जक को मिले अरु एक सम व्यवहार हो।।

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 195 Views
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ज़माने   को   समझ   बैठा,  बड़ा   ही  खूबसूरत है,
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
भय
भय
Sidhant Sharma
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सुदामा जी
सुदामा जी
Vijay Nagar
स्पोरोफाइट
स्पोरोफाइट
Shailendra Aseem
युग प्रवर्तक नारी!
युग प्रवर्तक नारी!
कविता झा ‘गीत’
दीपपर्व
दीपपर्व
Rajesh Kumar Kaurav
"सुविधाओं के अभाव में रह जाते हैं ll
पूर्वार्थ
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गोमुख
गोमुख
D.N. Jha
"तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
राख के धुंए में छिपा सपना
राख के धुंए में छिपा सपना
goutam shaw
हां....वो बदल गया
हां....वो बदल गया
Neeraj Agarwal
दुनिया के मशहूर उद्यमी
दुनिया के मशहूर उद्यमी
Chitra Bisht
सबक
सबक
manjula chauhan
मेरे प्यारे लोग...
मेरे प्यारे लोग...
Otteri Selvakumar
सगीर की ग़ज़ल
सगीर की ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आ
सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आ
Ravikesh Jha
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
याद हाथ को आ गया,
याद हाथ को आ गया,
sushil sarna
मनुष्य...
मनुष्य...
ओंकार मिश्र
ज़िन्दगी  का  हिसाब ऐसा है
ज़िन्दगी का हिसाब ऐसा है
Dr fauzia Naseem shad
प्रीति
प्रीति
Rambali Mishra
Công ty Thợ Sửa Chữa Giỏi chuyên cung cấp dịch vụ sửa chữa,
Công ty Thợ Sửa Chữa Giỏi chuyên cung cấp dịch vụ sửa chữa,
thosuachuagioi
Middle class
Middle class
Deepali Kalra
मस्तमौला फ़क़ीर
मस्तमौला फ़क़ीर
Shekhar Chandra Mitra
सर्द हवाएं
सर्द हवाएं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Loading...