सूर्य अग्रसर उत्तर दिशि में :: जितेंद्रकमलआनंद ( ९७/ १०२)
नव्य वर्ष शुभ मंगलमय है ( गीत का शेष भाग )
**********************
साथ राम गंगा , यमुना है, प्रयागराज सुतीर्थ हुआ है ।
गढ़मुक्तेश्वर , हरिद्वार का नाम कमल उत्कीर्ण हुआ है ।
ध्वज केसरिया ऊँ फहरता , और उच्चतर दिव्य सजय है
सूर्य अग्रसर उत्तर दिशि में नव्य वर्ष शुभ मंगलमय है ।।
पर्व मकरसक्रांति समुज्ज्वल ,ऋतु वासंती होते मनहर ।
धन्य होलिका ,विक्रम सम्वत्,गंगा का जन्मोत्सव शुभकर ।
जले निरन्तर ज्योति निरंजन ,सबको बांछित हुआ ध्येय
है।
सूर्य अग्रसर उत्तर दिशि में ,,नव्य वर्ष शुभ मंगलमय है।।
—— जितेंद्रकमल आनंद