सूर्योपासना
सूर्योपासना कीजिए, मिटते सारे पाप।
सकल व्याधि तन मुक्त हो, रहे नहीं संताप।।
छठ है सूर्योपासना, पूजा, व्रत त्योहार।
पूर्ण सकल हों कामना, भरे रहें भंडार।।
देती सूर्योपासना, सुख, वैभव, संतान।
तन-मन स्वस्थ निरोग हो, चाहूँ यह वरदान।।
डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)