अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
यदि मेरी चाहत पे हकीकत का, इतना ही असर होता
- तेरे नाम यह जिंदगानी कर जाऊ -
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"