सुहानी बरसात को तरसोगे
बाग बगीचे तुम खूब लगाना
धरती को फिर स्वर्ग बनाना
बारिश दाग धरा के धोती है
खेती भी फिर अच्छी होती है
पेड़ों से ही सबका जीवन है
पेड़ लगाने में क्या अड़चन है
हर पेड़ अगर जब कट जाएगा
सूरज खूब कहर बरपाएगा
आओ रोकें मिलकर प्रदूषण
करते रहिए पौधों का रोपण
© अरशद रसूल