Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2023 · 1 min read

“सुर्खी में आने और

“सुर्खी में आने और
पहचान बनाने का शॉर्ट-कट
बेहूदगी, फूहड़ता और वाचालता।
“आदिपुरुष के धूर्त लेखक” जैसी।।

■प्रणय प्रभात■

1 Like · 259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सच और झूठ
सच और झूठ
Neeraj Agarwal
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
Rj Anand Prajapati
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
आजादी  भी अनुशासित हो।
आजादी भी अनुशासित हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ऋतुराज बसंत
ऋतुराज बसंत
Seema gupta,Alwar
जीवन बिता रहे है मजदूर मुफलिसी का ।
जीवन बिता रहे है मजदूर मुफलिसी का ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हां ख़ामोश तो हूं लेकिन.........
हां ख़ामोश तो हूं लेकिन.........
Priya Maithil
"संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं
Sanjay ' शून्य'
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
शेखर सिंह
अनुपम उपहार ।
अनुपम उपहार ।
अनुराग दीक्षित
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Srishty Bansal
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
gurudeenverma198
सत्य की खोज में
सत्य की खोज में
Shweta Soni
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरी कुंडलिनी
मेरी कुंडलिनी
Rambali Mishra
"जीवन की सार्थकता"
Dr. Kishan tandon kranti
दिमाग
दिमाग
R D Jangra
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
सत्य कुमार प्रेमी
मित्र धर्म
मित्र धर्म
ललकार भारद्वाज
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
संवेदनाएं
संवेदनाएं
Dr.Pratibha Prakash
Confession
Confession
Vedha Singh
Sometimes people  think they fell in love with you because t
Sometimes people think they fell in love with you because t
पूर्वार्थ
कई बात अभी बाकी है
कई बात अभी बाकी है
Aman Sinha
शिक्षक
शिक्षक
Mukesh Kumar Sonkar
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Ram Krishan Rastogi
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...