सुरक से ना मिले आराम
सुरक से ना मिले आराम
होम वर्क मिले सुबहो शाम, ट्युसन से ना मिले आराम,
पाँच दिन छुट्टी की कर दे , दे दे खाँसी और जुकाम।
दूध देख के उल्टी आती , भिन्डी भी है बहुत सताती,
खाने की भी चीज है कोई ,बैगन कटहल लौकी भाजी।
मैगी बर्गर गरम समोसे , छोले कुलचे इडली डोसे ,
दूध मलाई मक्खन हलवा ,दादी भर भर नरम पड़ोसे।
छोटा सा हीं बालक हूँ मैं, छोटा सा हीं काम पड़ा है,
सच्चे भक्तों की सुनते हो , भगवन तेरा नाम बड़ा है।
तुझे कुछ भी छिपा नहीं कुछ, इतना सा माँगू वरदान,
मोच टांग में टीचर को दे , बस इतना सा हीं अरमान।
अजय अमिताभ सुमन