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19 May 2024 · 1 min read

सुबह

प्रात:काल के समय जब
हवा चल रही थी मीठी-मीठी
हम उठ गये
लेकर सर्वशक्तिमान का नाम
करनें लगे लोगों से
मिलना-जुलना कितने लोग लगे सहृदय और
कितने थे हिंसा-अहिंसा का मिला-जुला रूप
हमने सोचा इनसे निजात पाना टेढ़ी खीर है
हमारी भी अजीब तकदीर है।

मौलिक व अप्रकाशित

Tag: Poem
1 Like · 60 Views

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