सुप्रभातम / शुभ दिवस
#पवित्र_दोहा-
“मन रागी, सांसें शबद,
धड़कन दें यदि ताल।
गुरुद्वारे सा हो हृदय,
जीवन स्वयं निहाल।।
【प्रणय प्रभात】
#पवित्र_दोहा-
“मन रागी, सांसें शबद,
धड़कन दें यदि ताल।
गुरुद्वारे सा हो हृदय,
जीवन स्वयं निहाल।।
【प्रणय प्रभात】