सुन लो मंगल कामनायें
सुन लो मंगल कामनायें,
बुद्ध के तुम,
बुद्ध के उपदेश सुन ,
तर जाए जीवन,
शांति पाकर के तुम,
आनंद उठा लियो।…..(१)
सुन लो मंगल कामनायें,
बुद्ध के तुम,
बुद्ध ने बता दियो,
जीवन का सत्य है,
अपने कर्मो से पा लियो,
आनंद उठा लियो।…….(२)
सुन लो मंगल कामनायें,
बुद्ध के तुम,
बुद्ध है मार्ग दाता ,
राह जो बता रहे,
करुणा से पा लियो,
आनंद उठा लियो।…….(३)
सुन लो मंगल कामनायें,
बुद्ध के तुम,
बुद्ध वचन तुम भी अब सुन लो,
भटके हो तुम ,
बुद्ध सरण लो,
आनंद उठा लियो।……..(४)
सुन लो मंगल कामनायें,
बुद्ध के तुम,
बुद्ध की वाणी अमृत-सी बरसे,
प्रेम है जीवन का सार,
बुद्ध ने समझा दियो,
आनंद उठा लियो।……(५)
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश ,
मौदहा हमीरपुर।