सुनो…
सुनो…
ज़ख्म तो हैं, भर भी जायेंगे
हाँ, तन्हा भी हूँ, और है दर्द भी
पर……
मैं ठीक हूॅं,
तुम मेरी फ़िक्र..
मेरा ज़िक्र मत करना
हिमांशु Kulshrestha
सुनो…
ज़ख्म तो हैं, भर भी जायेंगे
हाँ, तन्हा भी हूँ, और है दर्द भी
पर……
मैं ठीक हूॅं,
तुम मेरी फ़िक्र..
मेरा ज़िक्र मत करना
हिमांशु Kulshrestha