सुनो रे साँवरे मेरे…
सुनो रे साँवरे मेरे, मुझे ऐसा बना देना,
की मीरा भी दिखे मुझमे, कि राधा सा सजा देना.
तुम्हारे मन को यूँ भाऊ,की ज्यों तुलसी तुम्हें भाए,
बनालो तुम मुझे अपना, शरण अपनी लगा देना.
सुनो रे साँवरे मेरे, मुझे ऐसा बना देना,
की मीरा भी दिखे मुझमे, कि राधा सा सजा देना.
तुम्हारे मन को यूँ भाऊ,की ज्यों तुलसी तुम्हें भाए,
बनालो तुम मुझे अपना, शरण अपनी लगा देना.