सुनो मेरे पतिदेव ___ घनाक्षरी
एक दिन बोली बीबी सुनो मेरे पतिदेव।
किसी बड़ी होटल का खाना तो खिलाइए।।
सजे है बाजार चलो वहीं पर चलते हैं
कंगन पायल चूड़ी कुछ तो दिलाइए।।
सुनकर बोला पति सुनो मेरी भाग्यवान।
है महंगाई का दौर दाल रोटी खाइए।।
बाद में दिलाऊंगा में बहुत कुछ तुमको।
नकली जैवर से ही काम तो चलाइए।।
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राजेश व्यास अनुनय