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31 Oct 2023 · 1 min read

सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)

सुनोगे तो बताएंगे वफा कर क्या कमाए हैं ?
गमेदिल और अश्कों के सिवा कुछ भी न पाए हैं l

तुम्हें पाने के लिए तरकीब ये भी आज़माए हैं,
कई मंदिर में धागे मन्नतों के बांध आए हैं l

ज़माने से,खुदा से हम शिकायत क्यूं करे यारों ?
हमारी राहों पर अपनों ने ही कांटे बिछाए हैं l

कहे बेशर्म,पागल या कहे नादान खुद को हम,
अलग दुनिया है जिसकी,हम उसे दुनिया बनाए हैं

न आसां था जिसे इक पल नजरअंदाज करना भी,
बहुत रोए मगर उसको भुला कर हम दिखाए हैं l

खुदा उनको बनाए थे, जहां उन पर लुटाए थे,
खता हमसे हुई क्या आज उनके लिए पराए हैं l
✍️ दुष्यंत कुमार पटेल

Language: Hindi
1 Like · 167 Views

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