Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2022 · 1 min read

सुना था हमने, इश्क़ बेवफ़ाई का नाम है

सुना था हमने, इश्क़ बेवफ़ाई का नाम है
पर यक़ीन ना किये तो धोखा खाना पड़ा

बची हुई जिंदगी जी रहे है अब जैसे-तैसे
ना करना फिक्र साथ यादों का जमाना खड़ा

©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महमसुन्द (छः ग)

271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*शरीर : आठ दोहे*
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
Phool gufran
"प्यासा"-हुनर
Vijay kumar Pandey
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कह रहा है वक़्त,तुम वफादार रहो
कह रहा है वक़्त,तुम वफादार रहो
gurudeenverma198
मेरे सवालों का
मेरे सवालों का
Dr fauzia Naseem shad
आभ बसंती...!!!
आभ बसंती...!!!
Neelam Sharma
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
कवि दीपक बवेजा
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
शेखर सिंह
मै अकेला न था राह था साथ मे
मै अकेला न था राह था साथ मे
Vindhya Prakash Mishra
4537.*पूर्णिका*
4537.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूं उन लोगों ने न जाने क्या क्या कहानी बनाई,
यूं उन लोगों ने न जाने क्या क्या कहानी बनाई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निर्वात का साथी🙏
निर्वात का साथी🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
सिखला दो न पापा
सिखला दो न पापा
Shubham Anand Manmeet
डर्टी पिक्चर (Dirty Picture)
डर्टी पिक्चर (Dirty Picture)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
बनवास की अंतिम रात्रि
बनवास की अंतिम रात्रि
Shashi Mahajan
ഋതുമതി
ഋതുമതി
Heera S
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
"जीवन का गूढ़ रहस्य"
Ajit Kumar "Karn"
"बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll
पूर्वार्थ
Loading...