सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
और बदल जाते इश्क मे तो बड़े – बड़े असिक,
मैं तो फ़िर भी एक नादान परिंदा था।
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
और बदल जाते इश्क मे तो बड़े – बड़े असिक,
मैं तो फ़िर भी एक नादान परिंदा था।