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14 Aug 2023 · 1 min read

सुधार आगे के लिए परिवेश

अतीत की बातें हर व्यक्ति
समाज को करती हैं सचेत
देती गलतियों को समझ आगे
की दिशा तय करने का संकेत
प्रगति के लिए बहुत जरूरी है
हम सही कार्ययोजना करें तय
इसके बगैर नहीं हो सकता है
किसी भी समाज का अभ्युदय
पूरे मनोयोग और निष्ठा से करें
हम लक्ष्य हासिल करने के यत्न
तभी समाज और देश में कायम
रहेगा परस्पर विश्वास और अमन
विकासशील देशों में संसाधनों
का अक्सर होता है बहुत अभाव
एक अनार, सौ बीमार वाली दशा
का हर तरफ दिखता गहरा प्रभाव
संसाधनों पर कब्जे के लिए यहां
आम लोगों में होती है खींचतान
संघर्ष और तनाव की घटनाएं
यहां सुर्खियां बना जाती तमाम
शिक्षा और रोजगार ही देता है
हर समाज को शांति की गारंटी
सही योजनाओं से खाली रहती
है विकासशील देशों की अंटी
ऐसे में वहां कदम कदम पर जब
तब होते रहते हैं संघर्ष औ तनाव
ऐसी घटनाओं से खत्म हो जाता
है समाज में भाईचारे का भाव
जो अतीत को लेकर सदैव बस
होते रहते हैं मानस से परेशान
कभी नहीं हो सकता उनका
सर्वांगीण विकास या उत्थान
वेदों और पुराणों ने हमें सदैव
यही दिया एक सार्थक संदेश
बीती ताहि बिसार औ सप्रयत्न
सुधार आगे के लिए परिवेश

Language: Hindi
288 Views

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