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16 Feb 2019 · 1 min read

सुधरोगे नहीं तुम

सुधरोगे नहीं तुम ।
कितनी बार काटी है
हमने तेरी दुम
हिम्मत था गर तुझमें
पुलवामा में दो हाथ कर लेते
पता चल जाता
तुझको कितना
है तुझमें दम
और थे हममें कितना कम
इसलिए तो कह रहा हूँ
सुधरोगे नहीं तुम
लगता है सर्जरी घावों की
तेरी फिर से करनी होगी ।
फिर तुम्हारी जोरदार
आवभगत करनी होगी ।।
शायद सुधरोगे तब तुम।
कभी सुधरे थे
इसलिए ऐसे सुधरोगे नहीं तुम।।

Language: Hindi
1 Like · 277 Views

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