सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
संग में दुःख भी भोगा है
जश्न कामयाबी का
अकेलेपन की छटपटाहट
अपनों की याद
बचपन के किस्से
डायरी के पन्ने
और
दोस्तों के साथ की गूफ़्तगू,,,
इस चाय के प्याले में,सबकुछ समाया हुआ है,
इसे कैसे छोड़ दूँ!
सुख भी बाँटा है
संग में दुःख भी भोगा है
जश्न कामयाबी का
अकेलेपन की छटपटाहट
अपनों की याद
बचपन के किस्से
डायरी के पन्ने
और
दोस्तों के साथ की गूफ़्तगू,,,
इस चाय के प्याले में,सबकुछ समाया हुआ है,
इसे कैसे छोड़ दूँ!