सुख भरी भरी जिन्दगी, अंदर ही ले भाप l
सुख भरी भरी जिन्दगी, अंदर ही ले भाप l
बाहर सहज यहाँ वहाँ, यह अंतर ना भाप ll
इस भेष व उस भेष हो, रंग बेरंग वेश l
तेरा ही तो, हर समय , सहज है समावेश ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
सुख भरी भरी जिन्दगी, अंदर ही ले भाप l
बाहर सहज यहाँ वहाँ, यह अंतर ना भाप ll
इस भेष व उस भेष हो, रंग बेरंग वेश l
तेरा ही तो, हर समय , सहज है समावेश ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न