सुख दुःख के भंवर …
सुख दुःख के भंवर में ना फंसिह बेटा
लाख होख परेसान हँसिह बेटा
राह जीवन के तनिको ना आसान ह
आत्मबल से तूँ मुस्का के चलिह बेटा
सुख दुःख के भंवर में ना फंसिह बेटा …
(बाहरी कहियो आंसू जो पोछि तोहार
बाद में आके सउदा ऊ करी तोहार) … 2
मारि ताना ऊ तहरा के कई दी बीमार
अपने ही आपन आंसू तूँ पोछिह बेटा … 2
लाख होख परेसान हँसिह बेटा
सुख दुःख के भंवर में ना फंसिह बेटा …
(चार दिन के जीवन में ह लालच बुरा
प्रेम से जीय नफरत द दिल से भुला) … 2
केहू आवे सरन में ल दिल से लगा
ना त जीवन में केकरो के छलिह बेटा … 2
लाख होख परेसान हँसिह बेटा
सुख दुःख के भंवर में ना फंसिह बेटा …
(किस्सा जीवन मरन के त चलल करी
केहू खातिर समय त ना रुकल कभी) … 2
फर्ज के पथ निरंतर तूँ बढ़ चली
याद हमरा के कके ना रोइह बेटा … 2
लाख होख परेसान हँसिह बेटा
सुख दुःख के भंवर में ना फंसिह बेटा …
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✍️✍️✍️✍️✍️ by :
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