*सुखद सवेरा*
#मुक्तक-
■ कोदण्ड प्रेमी : हम धनुर्धर
【प्रणय प्रभात】
“एकलव्य, अर्जुन से नाता है।
शर-संधान हमे भी आता है।।
अस्त्रायुध दुनिया मे लाखों हों।
हमको बस कोदण्ड सुहाता है।।”
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#कोदण्ड-
कोदण्ड का अर्थ बांस से बना धनुष होता है, जिसका उपयोग हमारे राम प्रभु करते थे।
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-न्यूज़&व्यूज़-
श्योपुर (मप्र)