सुकून :-
तेरे दीदार के बिन सुकून कहाँ मिलता है |
जहां तुम रोज़ मिलती हो सुकून वहाँ मिलता है |
By :- लक्ष्मण बिजनौरी
तेरे दीदार के बिन सुकून कहाँ मिलता है |
जहां तुम रोज़ मिलती हो सुकून वहाँ मिलता है |
By :- लक्ष्मण बिजनौरी