सुकून की तलाश है
जिंदगी की बांहों में , सुकून की तलाश है।
ख्वाब हैं आंखों में, उड़ने को आकाश है।
बहुत दर्द दे दिये ,अब तो संभलने दे मुझे
जब से मिली है तू,गुम होशोहवास है।
पत्थर सी कठोर ,ये जिंदगी रही हमेशा
उस पर ये वक्त ,बेहिस संगतराश है।
कांटे इतने मिले ,हमें राह ए जिंदगी में
पांव है घायल,तार तार लिबास है।
जी कर कोई दिखाये, जैसी हमने गुजारी
मालूम हो उसे भी,कौन दर्द शनास है।
सुरिंदर कौर