Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

सुंदरता अपने ढंग से सभी में होती है साहब

सुंदरता अपने ढंग से सभी में होती है साहब
क्योंकि यह शरीर प्रकृति की देन है
किसी की जागीर नहीं!

118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो मन से ही बेहद कमजोर होगा,
जो मन से ही बेहद कमजोर होगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
3194.*पूर्णिका*
3194.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" इन्द्रधनुष "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम उतना ही करो
प्रेम उतना ही करो
पूर्वार्थ
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
शेखर सिंह
अर्जक
अर्जक
Mahender Singh
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
मजदूरों के मसीहा
मजदूरों के मसीहा
नेताम आर सी
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
gurudeenverma198
हर सिम्त दोस्ती का अरमान नहीं होता ।
हर सिम्त दोस्ती का अरमान नहीं होता ।
Phool gufran
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
प्रेमदास वसु सुरेखा
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
Paras Nath Jha
क्या खूब दिन थे
क्या खूब दिन थे
Pratibha Pandey
जजमैंटल
जजमैंटल
Shashi Mahajan
*सबके मन में आस है, चलें अयोध्या धाम (कुंडलिया )*
*सबके मन में आस है, चलें अयोध्या धाम (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
सत्य कुमार प्रेमी
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
नदियां बहती जा रही थी
नदियां बहती जा रही थी
Indu Singh
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
Rj Anand Prajapati
🙅नफ़ा सिर्फ़ सॉलिड में🙅
🙅नफ़ा सिर्फ़ सॉलिड में🙅
*प्रणय*
कर दिया
कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
पापियों के हाथ
पापियों के हाथ
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
हार गए तो क्या हुआ?
हार गए तो क्या हुआ?
Praveen Bhardwaj
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
Buddha Prakash
हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है,
हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है,
Ajit Kumar "Karn"
श्रीराम
श्रीराम
सुरेखा कादियान 'सृजना'
बता तूं उसे क्यों बदनाम किया जाए
बता तूं उसे क्यों बदनाम किया जाए
Keshav kishor Kumar
Loading...