Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2024 · 1 min read

#सीधी_बात-

#सीधी_बात-
🙅टेढ़े लोगों के साथ🙅
【प्रणय प्रभात]
अगर आपको किसी के “शिक्षक” बनने से कष्ट है, तो मत बनो “विद्यार्थी।” प्रयास करो “प्राचार्य” बनने का। “दम्भ” नहीं, “दम” हो तो।।
👌👌👌👌👌👌👌👌

1 Like · 70 Views

You may also like these posts

..........अर्थ हीन......
..........अर्थ हीन......
Mohan Tiwari
#समय समय से चलता
#समय समय से चलता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"फिर"
Dr. Kishan tandon kranti
भागदौड़ भरी जिंदगी
भागदौड़ भरी जिंदगी
Bindesh kumar jha
वैलेंटाइन डे
वैलेंटाइन डे
MEENU SHARMA
जो सुनना चाहता है
जो सुनना चाहता है
Yogendra Chaturwedi
वीर बाल दिवस
वीर बाल दिवस
ललकार भारद्वाज
#बड़ा_सच-
#बड़ा_सच-
*प्रणय*
इस घर से ....
इस घर से ....
sushil sarna
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
Dr. Man Mohan Krishna
सारा जीवन बीत गया है!
सारा जीवन बीत गया है!
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
" शिखर पर गुनगुनाओगे "
DrLakshman Jha Parimal
3336.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3336.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
Jitendra Chhonkar
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
Indu Singh
मातृशक्ति का ये अपमान?
मातृशक्ति का ये अपमान?
Anamika Tiwari 'annpurna '
तुम्हारी आँख से जब आँख मिलती है मेरी जाना,
तुम्हारी आँख से जब आँख मिलती है मेरी जाना,
SURYA PRAKASH SHARMA
हरवक्त तुम मेरे करीब हो
हरवक्त तुम मेरे करीब हो
gurudeenverma198
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
Phool gufran
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
सुहागन की अभिलाषा🙏
सुहागन की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुहब्बत है साहब तिजारत नहीं है
मुहब्बत है साहब तिजारत नहीं है
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बारिश ने क्या धूम मचाया !
बारिश ने क्या धूम मचाया !
ज्योति
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बिताया कीजिए कुछ वक्त
बिताया कीजिए कुछ वक्त
पूर्वार्थ
कानून?
कानून?
nagarsumit326
कभी तो फिर मिलो
कभी तो फिर मिलो
Davina Amar Thakral
अपने सपने तू खुद बुन।
अपने सपने तू खुद बुन।
श्रीकृष्ण शुक्ल
*नहीं फेंके अब भोजन (कुंडलिया)*
*नहीं फेंके अब भोजन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...