सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
जिंदगी नहीं कहते,
भीड़ सा चलने वालों को
हमसफर नहीं कहते,
रात गहरी हो तो
ठहरना भी जरूरी होता है,
पर रुकने के ठिकाने को तो
मंजिल नहीं कहते।
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
जिंदगी नहीं कहते,
भीड़ सा चलने वालों को
हमसफर नहीं कहते,
रात गहरी हो तो
ठहरना भी जरूरी होता है,
पर रुकने के ठिकाने को तो
मंजिल नहीं कहते।