सिया सिया करते-करते
सिया सिया करते-करते ढूंढी सब डगरिया
नाम तेरा ले ले के मैं तो हार गया सब तरिया
साथ वनो मै आई थी तू मनै था इंकार किया
एक बात भी ना मानी मै किया था लाचार सिया
मेरे साथ तूने क्या किया मेरी कटै ना उमरियां
सारे दुखड़े बता दिए तनै कुछ ना सोच विचार किया
चाह में भरकर न्यू बोली मैं रहूंगी तेरे साथ पिया
हांगा करके साथ किया तूने छोड़ी थी अटरिया
बलदेव सिंह पर रहम करो मैं बार-बार यह अर्ज करूं
गलती हो तो माफी दे दो होके न मर्द डरू
बिन आई मैं आज मरूं ऐसा हो गया नजरिया