Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

सिया मान मेरी बात

राम -सिया मान मेरी बात मत चालै मेरे साथ मै तो बार-बार अर्ज करूं कि बहुत घनी दुख पावै
सीता -पिया मान मेरी बात मैं तो चालू तेरे साथ मैं तो बार-बार अर्ज करूं कि कुछ नहीं दुख पाऊं

राम- घर से कदम तेरा बाहर पड़ा ना दर-दर की ठोकर होगी खानी
कहीं धूप कहीं छावै होगी काटो भरी राह फिर मैं के जतन करूं

सीता -मानो पिया चाहे मत मानो मेरा अवध में रहना मुश्किल है
नहीं और कुछ चाहूं तेरे संग संग आऊं नहीं कोई शिकायत करु
के कुछ नहीं दुख पाऊं
राम – सेज बिना तुम सो ना सकोगे हो राजा की राजदुलारी
होगी दिल पर उदासी कैसे रहो भूखी प्यासी मैं तो इस लिए बहुत डरी

सीता – भूखे प्यासे जब तुम रहोगे मैं भी भूखी रह लूंगी
नहीं घबराऊ तेरी टहल बजाऊ नहीं फर्ज से आज गिरू

राम- बलदेव सिंह ना देख सके तेरे दिल पर उदासी छाई हुई
नहीं मिलेगा आराम तेरा जीना हो हराम मैं भी बिन आई मौत मरू

53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
Suryakant Dwivedi
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
औरत
औरत
नूरफातिमा खातून नूरी
बस चार है कंधे
बस चार है कंधे
साहित्य गौरव
inner voice!
inner voice!
कविता झा ‘गीत’
बस नेक इंसान का नाम
बस नेक इंसान का नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
Ranjeet kumar patre
बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं
बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं
Neelam Sharma
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
Sanjay ' शून्य'
Be with someone who motivates you to do better in life becau
Be with someone who motivates you to do better in life becau
पूर्वार्थ
*ढोलक (बाल कविता)*
*ढोलक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गुरु तेगबहादुर की शहादत का साक्षी है शीशगंज गुरुद्वारा
गुरु तेगबहादुर की शहादत का साक्षी है शीशगंज गुरुद्वारा
कवि रमेशराज
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
रूठ मत जाना
रूठ मत जाना
surenderpal vaidya
वसियत जली
वसियत जली
भरत कुमार सोलंकी
Janab hm log middle class log hai,
Janab hm log middle class log hai,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
ये वादियां
ये वादियां
Surinder blackpen
गुलामी के कारण
गुलामी के कारण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
फूल चुन रही है
फूल चुन रही है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"वो शब्द क्या"
Dr. Kishan tandon kranti
■ समसामयिक रचना■
■ समसामयिक रचना■
*प्रणय प्रभात*
4094.💐 *पूर्णिका* 💐
4094.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अच्छा रहता
अच्छा रहता
Pratibha Pandey
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
Loading...