Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2024 · 1 min read

सियासत में सारे धर्म-संकट बेचारे “कटप्पाओं” के लिए होते हैं।

सियासत में सारे धर्म-संकट बेचारे “कटप्पाओं” के लिए होते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखिए- “बाहुबली पार्ट वन।”

👌प्रणय प्रभात👌

1 Like · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
शेखर सिंह
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
रहिमन ओछे नरम से, बैर भलो न प्रीत।
रहिमन ओछे नरम से, बैर भलो न प्रीत।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मोक्ष
मोक्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
काजल
काजल
Neeraj Agarwal
मन का सावन आँख से,
मन का सावन आँख से,
sushil sarna
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय*
" वक्त "
Dr. Kishan tandon kranti
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
*बाढ़*
*बाढ़*
Dr. Priya Gupta
गीत गाता है बचपन,
गीत गाता है बचपन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
Shweta Soni
विषय
विषय
Rituraj shivem verma
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
3278.*पूर्णिका*
3278.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पूर्वार्थ
तुम जुनून हो
तुम जुनून हो
Pratibha Pandey
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
आप लगाया न करो अपने होंठो पर लिपिस्टिक।
आप लगाया न करो अपने होंठो पर लिपिस्टिक।
Rj Anand Prajapati
"आज का दुर्योधन "
DrLakshman Jha Parimal
*लंक-लचीली लोभती रहे*
*लंक-लचीली लोभती रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सोच...….🤔
सोच...….🤔
Vivek Sharma Visha
*भला कैसा ये दौर है*
*भला कैसा ये दौर है*
sudhir kumar
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
आज बगिया में था सम्मेलन
आज बगिया में था सम्मेलन
VINOD CHAUHAN
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
Ranjeet kumar patre
बीमार घर/ (नवगीत)
बीमार घर/ (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
Bidyadhar Mantry
Loading...