सिधू ने जो इस तरह के वक्तव्य बोले है उनसे सभी हिन्दुस्तानियो का दिल इस पर आक्रोशित है और में चार पंक्तियों के माध्यम से कहना चाहता हूँ—-
यहाँ राजनीति के गुंडे कुछ बढ़चढ़कर बोलते है
देश का मान गिरे ऐसे कुछ संदेशो को बोलते है
हमारी नही तो देश की आत्मीयता की तो लाज रखी होती
बाजवा को गले लगाने से पहले एक बार तो शर्म की होती आतंकियों के साथ फ़ोटो खिचवालिये अब बहुत हुआ
गद्दारो को तुमने और बढ़ावा दिया अब बहुत हुआ
हिन्दुस्थान से समझौता अब और नही बर्दाश्त होगा
सिधू तेरे इस रवैये से तू कभी माफ नही होगा
निशान्त गुप्ता
नगर(भरतपुर)राजस्थान