सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
रुबाईया यूं ही बन जाती है
हकीकत के जमाने को
रुसवाईयां मत बन जाने दो
प्रेमदास वसु सुरेखा सद्कवि
सितम फिरदौस ना जानो
रुबाईया यूं ही बन जाती है
हकीकत के जमाने को
रुसवाईयां मत बन जाने दो
प्रेमदास वसु सुरेखा सद्कवि