सितम तो ऐसा कि हम उसको छू नहीं सकते, सितम तो ऐसा कि हम उसको छू नहीं सकते, बड़ी तमन्ना थी जिससे लिपट के रोने की!! ~ विशाल बाबू ✍️✍️✍️