साहेब के मन की बात
कुछ गुफ्तगू अभी भी है तुम से बाक़ी
इंतजार रहे हम फिर फिर आयेंगे
दूरी बढ़े न जहालत से ताकि…?
आवाम तुम्हारे मन के कोने में
रहे न सरकार से कोई विरोध बाकी
जहालत = अज्ञान, मूर्खता, अशिक्षा।
~ सिद्धार्थ
भेड़ों ने फिर साबित किया गधा पथ प्रदर्शक हो सकता है…???
गदहे ने रेकते हुए हुए कहा भेड़ धर्म में दिमागी शून्यता लाजमी है