Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2018 · 2 min read

साहित्यपीडिया काव्य संग्रह ‘प्यारी बेटियाँ’ का लोकार्पण एवं साहित्य समारोह

 

25 फरवरी 2018 को नोएडा (दिल्ली एन सी आर) में साहित्यपीडिया लेकर आ रहा है "साहित्यपीडिया पुस्तक लोकार्पण एवं साहित्य समारोह"|

इस कार्यक्रम में साहित्यपीडिया काव्य संग्रह "प्यारी बेटियाँ" का लोकार्पण किया जायेगा| अगर समय ने अनुमति दी तो रचनाकारों को  मंच पर काव्य पाठ का अवसर देने की पूरी कोशिश की जाएगी|

इस कार्यक्रम में उपस्थित उन सभी रचनाकारों को प्रशंसा एवं प्रतिभागिता पत्र से सम्मानित किया जायेगा जिन्होंने 2017 में "बेटियाँ" विषय पर साहित्यपीडिया द्वारा आयोजित काव्य प्रतियोगिता में भाग लिया था| साथ ही सभी उपस्थित रचनाकारों को इस साहित्य समारोह में प्रतिभागिता के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा|

कृपया तुरंत इस लिंक पर फॉर्म भरकर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें- https://goo.gl/forms/fzVrSwBzOqsyrtdp2

कार्यक्रम स्थल की क्षमता के अनुसार हमारे पास पर्याप्त रजिस्ट्रेशन आ चुके हैं| इसलिए साहित्यपीडिया काव्य संग्रह के लोकार्पण समारोह में सम्मलित होने के लिए रजिस्ट्रेशन अब बंद हो गया है|

लेकिन बहुत सारे रचनाकार इस कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक हैं और हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक रचनाकार आनंद पूर्वक इस कार्यक्रम में सम्मलित हो पायें। इसलिए कार्यक्रम में सिर्फ उन्ही रचनाकारों को प्रवेश मिल सकेगा जिन्होंने रजिस्टर किया है और हर रचनाकार को सिर्फ एक ही सीट मिल पायेगी।

कार्यक्रम विवरण

दिनांक- 25 फरवरी 2018 (रविवार) (1 PM to 4 PM)
स्थान- महाराजा अग्रसेन भवन, इस्कॉन नोएडा के पास, सेक्टर-33, नोएडा
निकटतम मेट्रो स्टेशन- वेव (नोएडा) सिटी सेंटर (1.7 कि.मी.)

नोट:

  • कार्यक्रम ठीक 1 बजे आरम्भ होकर 4 बजे संपन्न हो जायेगा| कृपया समय का ध्यान रखें|
  • भोजन और रहने का कोई प्रबंध नहीं है| बाहर से आने वाले रचनाकार कृपया अपनी व्यवस्था स्वयं करें|
  • कार्यक्रम के पश्चात जलपान की व्यवस्था है|
  • कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र सिर्फ उन्ही रचनाकारों को दिए जायेंगे जो ऊपर फॉर्म भरकर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करके कार्यक्रम में उपस्थित होंगे|
  • कार्यक्रम में रचनाकारों को पुस्तक की प्रति देना संभव नहीं हो पायेगा क्योंकि हमने इस संग्रह के प्रकाशन के लिए किसी रचनाकार से कोई सहयोग राशि नहीं ली है| लेकिन यह संग्रह फ्लिप्कार्ट पर उपलब्ध हो जाएगा जो रचनाकार डिस्काउंटेड मूल्य पर फ्लिप्कार्ट से खुद ही मंगवा सकेंगे|

इस संग्रह में शामिल रचनाओं के रचनाकारों की सूची आप इस लिंक पर देख सकते हैं- https://hindi.sahityapedia.com/?p=94350

Category: Blog
Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 1269 Views

You may also like these posts

*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
स्कूल गेट पर खड़ी हुई मां
स्कूल गेट पर खड़ी हुई मां
Madhuri mahakash
प्रभु संग प्रीति
प्रभु संग प्रीति
Pratibha Pandey
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
पूर्वार्थ
नमन उस वीर को शत-शत...
नमन उस वीर को शत-शत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमेशा फूल दोस्ती
हमेशा फूल दोस्ती
Shweta Soni
वो कौन थी
वो कौन थी
डॉ. एकान्त नेगी
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
Ashwini sharma
बेपनाह मोहब्बत है पर दिखा नहीं सकता,
बेपनाह मोहब्बत है पर दिखा नहीं सकता,
श्याम सांवरा
..........जिंदगी.........
..........जिंदगी.........
Surya Barman
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
इस अजब से माहौल में
इस अजब से माहौल में
हिमांशु Kulshrestha
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
DrLakshman Jha Parimal
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
5) “पूनम का चाँद”
5) “पूनम का चाँद”
Sapna Arora
व्याकरण कविता
व्याकरण कविता
Neelam Sharma
नई ज़िंदगी
नई ज़िंदगी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
** राह में **
** राह में **
surenderpal vaidya
गीत- चले आओ...
गीत- चले आओ...
आर.एस. 'प्रीतम'
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
शीर्षक-तुम मेरे सावन
शीर्षक-तुम मेरे सावन
Sushma Singh
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कब आओगे ? ( खुदा को सदाएं देता एक गमगीन दिल ...)
कब आओगे ? ( खुदा को सदाएं देता एक गमगीन दिल ...)
ओनिका सेतिया 'अनु '
सदियों से कही-सुनी जा रही बातों को यथावत परोसने और पसंद करने
सदियों से कही-सुनी जा रही बातों को यथावत परोसने और पसंद करने
*प्रणय*
शिव
शिव
Dr. Vaishali Verma
भक्त जन कभी अपना जीवन
भक्त जन कभी अपना जीवन
महेश चन्द्र त्रिपाठी
शुभ मंगल हुई सभी दिशाऐं
शुभ मंगल हुई सभी दिशाऐं
Ritu Asooja
हमनवा
हमनवा
Bodhisatva kastooriya
" दाग "
Dr. Kishan tandon kranti
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
Loading...