सावन
निशा में नभ तले सावन महीने का नजारा था,
सितारों का सितारों से बड़ा मिलना मिलाना था,
बड़ा ज़ुल्मी है ये सावन हंसी तो खूब लगता पर,
अकेली रात और कितने दिवानों का फसाना था
Mansi Tripathi
Kaushambi