सावन
सावन
सावन महका देता मारा संसार
प्रेम का न रहता कोई पारावार
प्रकृति की मनमोहक छटा उकसाती
आओ मेरे पास, कह बुलाती हर बार।
निखरा -निखरा रूप सुहाना
हरपल लगे, हमें मनभावना
दिल कहे, चलो अब घूम आना
कुछ समय माँ प्रकृति संग बिताना।
नीरजा शर्मा
सावन
सावन महका देता मारा संसार
प्रेम का न रहता कोई पारावार
प्रकृति की मनमोहक छटा उकसाती
आओ मेरे पास, कह बुलाती हर बार।
निखरा -निखरा रूप सुहाना
हरपल लगे, हमें मनभावना
दिल कहे, चलो अब घूम आना
कुछ समय माँ प्रकृति संग बिताना।
नीरजा शर्मा