सावन में शिव गुणगान
पावन सावन माह में,होता शिव गुणगान।
भोले हर्षित हो सदा,देते मधु वरदान।
देते मधु वरदान,कृपा जग पर बरसाते।
श्वेत पुष्प अरु भांग,सदा शिव को अति भाते।
अर्पण करते भक्त,वरद पाते मन भावन।
कहता कविवर ओम, मास सावन अति पावन।।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम