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15 Jun 2023 · 1 min read

सावधानी

सावधानी किससे ?
दोस्त या दुश्मन से ?
दोस्ती –
स्वार्थ से भरी –
मानो विष की बेल
और दुश्मनी –
मरने-मारने का खेल ;
यूं तो नजर दुश्मन पर
खुद ही रहती है बनी
पर हमें बचना है उनसे –
जो दोस्ती की आड़ में
निभाते हैं दुश्मनी ….।

(मोहिनी तिवारी)

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