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18 Jun 2022 · 1 min read

सारी दुनिया के गम

कभी खुश हूं
कभी परेशान हूं
यह किसके अधीन हो जाती हूं मैं
मेरी भावनाओं पर किसका हो जाता है
नियंत्रण
बादशाह सी है मेरी फितरत फिर
कभी कभी अपनी
विपरीत परिस्थितियों की क्यों
गुलाम हो जाती हूं मैं
जीतकर भी हारा हुआ
महसूस करती हूं
यह क्या आदत है मेरी
सारी दुनिया के गम
अक्सर ही
अपनी खुशी के प्याले में
डालकर क्यों
पी जाती हूं मैं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
169 Views
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