*सारथी बनकर केशव आओ (भक्ति-गीत)*
सारथी बनकर केशव आओ (भक्ति-गीत)
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कृपा करो इस बार सारथी बनकर केशव आओ
(1)
हम पहला अध्याय रचें ,अपने सब प्रश्न बताऍं
जीवन की सारी उलझन मन-प्रष्ठों पर लिख लाऍं
तुम देकर उपदेश हमारे संशय सभी मिटाओ
(2)
हमें दिखाना रूप अलौकिक,अर्जुन को दिखलाया
विलय हो रहा सब जग जिसमें महामृत्यु की छाया
पुनर्जन्म का क्या रहस्य है, थोड़ा तो समझाओ
(3)
कितनी बार जगत में आए, मुक्ति नहीं क्यों पाई
ध्यान लगाया बार-बार पर सदा मात क्यों खाई
जन्म-मरण के पार नाव केशव अब तो ले जाओ
कृपा करो इस बार सारथी बनकर केशव आओ
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451