” सामंजस्यक दोसर नाम मित्रता थीक “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
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विचित्र परिवेशक सानिध्य मे हमरालोकनि भ्रमण कऽ रहल छी ! राजनीति दावानलक तपिस सं सबगोटे क्लांत छी ! ओना लेख ,कविता ,अभिनय ,साहित्य ,समालोचना ,टिप्पणी इत्यादि निष्पक्ष रूपेण आ राजनीतिरहित सब वर्ग कें सुपच बुझना जाइत छैनि ! राजनीति गंधक समावेश बहुत लोग कें असहनीय आ पाचनरहित व्यंजन बनि जाइत छैनि ! एहि संसार मे जे कियो कहताह हम राजनीति सं दुरे रहित छी …त इ कखनो स्वीकारणीय नऽ भऽ सकैत अछि ! राजनीतिक सुनामी क प्रलय सं कियो नहि बचि सकलाह ! आब सब गोटे यदि अरावली पर्वते बनि जायब से संभव नहि…कियो कियो दुर्बल व्यक्ति कखनो कखनो आक्रोशित भऽ हक्रोश करय लगैत छथि ! विचित्र विचित्र टिप्पणी सं प्रहार करय लगैत छथि ! मित्रता मे बुझु ९०% प्रतिशत समानता जखन भेट गेल त बुझि मित्रताक पताखा दिन राति फहरल रहत ! १० % प्रतिशत विभिन्यता राजनीतिये मे भेटल जाइत अछि ! फेसबुक मित्र छी..विचार ९० % प्रतिशत क समानता भऽ गेल त बुझु बहुत भऽ गेल ….सहयोग क भावना तखने जाँचल जा सकैत अछि जखन हम संगे रहितहूँ ….गोपनीयताक मंत्र त बिसरिये जयबाक चाही कियाक हमरालोकनि डिजिटल बनि गेल छी ….मधुर मिलनक संयोग बुझु चंद्रग्रहणक अन्हरिया राति बनि गेल ..दर्शन करबाक हुए तऽ फोटो सं काज चला लिय ! रहल राजनीतिक गप्प ..हम त नहि कहैत छी कि हमरे विचारधारा सं जूडि जाऊ ! हम आहंक राजनीति विचारधारा कें सदेव सिरोधार्य केलहुं …सब गोटे अपना अपना स्थान पर श्रेष्ठ छथि ! मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक …सामंजस्यक दोसर नाम मित्रता थीक !
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डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका