Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2019 · 2 min read

सादगी

सादगी से हमारा तात्पर्य है विचारों की स्वतंत्रता एवं सादगी से उनकी प्रस्तुति जिससे किसी व्यक्ति विशेष की भावनाओं को ठेस न पहुंचे ।और हम अपनी बात एवं तर्क उस तक पहुंचा सके। जिससे कि वह भी किसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त ना होकर अपने स्वतंत्र विचार एवं तर्क प्रस्तुत कर सके।
विचारों के आदान-प्रदान में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि दोनों पक्ष एक दूसरे के विचारों को पहचानें उनका विश्लेषण करें तथा उन्हें अपनी अपनी तर्क की कसौटी में परखें तथा किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंच सकें।
अधिकांश यह देखा गया है अपने विचारों की प्रस्तुति में लोग अपने अहम को अधिक महत्व देते हैं और दूसरे को गौण समझ लेते हैं । एक ही धरातल पर रहकर स्वस्थ एवं स्वतंत्र विचारों का आदान-प्रदान संभव हो सकता है ।असहमति होने पर उसकी प्रस्तुति मे यह ध्यान रखा जाए की जिन बिंदुओं पर असहमति हो उन्हें एक मर्यादा के दायरे में रहकर ही अपनी असहमति प्रकट करें ।और अपनी असहमति का कारण एवं तर्क प्रस्तुत करें। अपना तर्क प्रस्तुत करते समय यह ध्यान रहे की सत्य एवं व्यवहारिकता का समावेश आपके तर्क में रहे। जिससे आपके तर्क को बहुमत से स्वीकृति मिल सके ।किसी असत्य वचन एवं काल्पनिक विचारों का समावेश आपकी प्रस्तुति में ना हो ।जिससे आपके विचार तर्क हीन एवं व्यवहारिकता से परे सिद्ध हो ।
किसी तर्क को सिद्ध करने के लिए असत्य एवं आरोप प्रत्यारोप का सहारा लेना एक स्वस्थ संगोष्ठी का परिचायक नहीं है ।
अतः जहां तक संभव हो इस स्थिति से बचें और सौहार्दपूर्ण वातावरण संगोष्ठी के अंत तक बनाए रखें।
आपके व्यवहार की सादगी एवं सोच आपको अपना मान सम्मान बनाए रखने और उसकी अभिवृद्धि में सहायक रहेगी।

Language: Hindi
Tag: लेख
265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
हृदय कुंज  में अवतरित, हुई पिया की याद।
हृदय कुंज में अवतरित, हुई पिया की याद।
sushil sarna
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
Piyush Goel
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
लघुकथा कहानी
लघुकथा कहानी
Harminder Kaur
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
लक्ष्मी सिंह
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
Anil Mishra Prahari
இவன்தான் மனிதன்!!!
இவன்தான் மனிதன்!!!
Otteri Selvakumar
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कवि दीपक बवेजा
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
संतोष
संतोष
Manju Singh
अपनी सोच
अपनी सोच
Ravi Maurya
हमने क्या खोया
हमने क्या खोया
Dr fauzia Naseem shad
एक तू ही वह लड़की है
एक तू ही वह लड़की है
gurudeenverma198
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
Rekha khichi
*सास और बहू के बदलते तेवर (हास्य व्यंग्य)*
*सास और बहू के बदलते तेवर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
हो सके तो मीठा बोलना
हो सके तो मीठा बोलना
Sonam Puneet Dubey
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
........,
........,
शेखर सिंह
2024
2024
*प्रणय प्रभात*
"तू-तू मैं-मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
कृष्णकांत गुर्जर
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डर किस बात का
डर किस बात का
Surinder blackpen
***नयनों की मार से बचा दे जरा***
***नयनों की मार से बचा दे जरा***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आज बुढ़ापा आया है
आज बुढ़ापा आया है
Namita Gupta
Loading...