साथ मेरे मेरा हमसफ़र भी नहीं
⚪?⚫ गीत- ⚫?⚪
साथ मेरे मेरा हमसफ़र भी नही।।
➿➿➿???➿➿➿
मुझको मंजिल मिले वो सफ़र भी नहीं।
साथ मेरे मेरा हमसफ़र भी नहीं।।
कोई उसको बता दे मेरा हाल-ए-दिल।
कितने दिन से मेरी ली ख़बर भी नहीं।।
साथ मेरे मेरा……..
सांस तुम बिन मुझे बोझ लगने लगी।
आंख रातों में अब रोज जगने लगी।
बिन मेरे तुम भी बेचैन होगे सनम।
अब तेरे बिन कटे इक़ पहर भी नहीं।।
साथ मेरे मेरा……..
दिल का मौसम हँसी था तुम्ही से सनम।
हर ख़ुशी का समाँ मुझको देता है ग़म।।
साथ छोड़ा जो तुमने तबाह हो गयी।
लुट गई अब तो खोने का डर भी नहीं।।
साथ मेरे मेरा……..
मैंने माना ख़ता की सज़ा दे मुझे।
ज़िंदा रहने की कोई वज़ह दे मुझे।।
साथ छूटा ज़ुदाई में मर जाऊंगी।
अब तो खाना पड़ेगा ज़हर भी नहीं।।
साथ मेरे मेरा……..
✍?श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव
साईंखेड़ा