** शेर ***
रात की तन्हाईयाँ उस पर घना अंधकार।
.. चाँद बन पूनम आ जाओ दूर करने तम घना ।।
प्यार इक धुंवा है आँख खोले तो आँख फूटती है
. करे बन्द आँखे प्यार में तो ठोकरे हजार मिलती है
यूं प्यार भरी इल्तज़ा ठुकराना नहीं
यूं दिल-ए-शीशा तोड़कर मुस्कुराना नहीं ।
?,मधुप बैरागी