सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
प्रखर देखिए नदियों का भी सपना एक बहाना है।
क्षमता खातिर पूजा जिसको खारे सागर डूब मरी।
पनघट और पोखरों से ही रिश्ता उचित बनाना है।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘